लॉरेंस बिश्नोई और उसकी गैंग की दहशत राजस्थान ही नहीं पंजाब, हरियाणा और दिल्ली सहित कई अन्य राज्यों में भी है। फिलहाल लॉरेंस बिश्नोई जेल में बंद है, लेकिन वह वहीं से अपनी गैंग चला रहा है।
अपराध की दुनिया में लॉरेंस की एंट्री कॉलेज टाइम से ही हो गई थी। इसके बाद उसने अपने खौफ का साम्राज्य खड़ा किया। आज लॉरेंस बिश्नोई की गैंग में सैकड़ों गुर्गे ऐसे हैं जो उसके एक इशारे पर मरने मारने में आतुर हो जाते हैं। कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई छात्र नेता बनना चाहता था लेकिन चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज छात्र संघ चुनाव में हुई हार ने उसे अपराधी बना दिया। आज उसकी गिनती देश के बड़े गैंगस्टरों में होती है। गैंगस्टरों से गठजोड़ करने के बाद अपनी ताकत बढ़ा चुका लॉरेंस अब अंतरराष्ट्रीय डॉन बनने की हसरत अपने दिल में पाले बैठा है। तिहाड़ जेल में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ कर रही है। उसने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के गैंगस्टरों का एक सिंडिकेट तैयार कर लिया है और जेल से ही पूरे नेटवर्क को चला रहा है। उसके पास करीब 700 शूटर हैं, जो उसके एक इशारे पर उगाही करने, सुपारी लेकर हत्या करने और विरोधी गैंग के सदस्यों को ठिकाने लगा रहे हैं।
पुलिस डेटाबेस के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई ने अप्रैल 2010 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था. सबसे पहले लॉरेंस बिश्नोई को चंडीगढ़ और मोहाली पुलिस ने हत्या के प्रयास, हथियार रखने और चोट पहुंचाने के लिए तीन आपराधिक मामलों में मामला दर्ज किया था. जबकि चंडीगढ़ पुलिस द्वारा अप्रैल 2010 में दर्ज दो मामलों में उसे बरी कर दिया गया था, वहीं बिश्नोई अक्टूबर 2010 में मोहाली पुलिस द्वारा दर्ज तीसरे मामले में दोषी ठहराया गया था.
बता दें कि पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में उसके खिलाफ 36 आपराधिक मामलों में से 21 विचाराधीन हैं, जबकि वह नौ में बरी हो चुका है और छह मामलों में दोषी ठहराया गया है. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, पंजाब में, लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ 17 आपराधिक मामले थे, जिसमें उनके गृह जिले फाजिल्का में छह, मोहाली में सात, फरीदकोट में दो और अमृतसर और मुक्तसर में एक-एक मामला शामिल है. जबकि उसके खिलाफ चंडीगढ़ में सात, राजस्थान में छह, दिल्ली में चार और हरियाणा में दो आपराधिक मामले दर्ज हैं.
29 मई को सिद्धू मूसेवाला की 28 साल की उम्र मैं हत्या कर दी गई थी. उन्हें सरेआम गोलियों से भूना गया था जिस वजह से उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया. उनकी हत्या का मास्टरमा… गोलड़ी बराड़ के साथ साथ लौराङ्के विषनोई भी था …बताया जाता है कि मूसेवाला की हत्या के लिए जहां पिस्तौल और एके-47 से गोलियां बरसाई गई थीं, वहीं ग्रेनेड भी फायर किया गया था। लेकिन उसका पिन अटक जाने से वह ऐन वक्त पर चल नहीं पाया। वरना, इनका इरादा मूसेवाला पर गोलियां बरसाने के बाद यूबीसीएल यानी अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर से मूसेवाला की गाड़ी को उड़ा देने का भी था, ताकि किसी भी सूरत में वह बच ना पाएं। ग्रेनेड के फायर ना होने पर ही सिंगर के ऊपर गोलियों की इतनी बौछार की गई कि वह किसी भी सूरत में जिंदा ना बचने पाएं।
सलमान खान और उनके वकील को पहले भी धमकी मिल चुकी है। गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई पूर्व में जोधपुर कोर्ट में पुलिस कस्टडी के दौरान ही सलमान खान को जान से मारने की खुलेआम धमकी दे चुका है। उसने कहा था कि सलमान को यहां पर मारेंगे। इसके बाद उसने दो शॉर्प शूटर को सलमान खान को मारने के लिए मुंबई भेजा। दोनों वहां पर पकड़े गए। 2018 अप्रैल में भी जब सलमान अवैध हथियार के आरोप में बरी हुए थे, तब डॉन रवि पुजारा ने एडवोकेट हस्तीमल सारस्वत को जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद उन्हें सिक्योरिटी दी गई थी।
इसके साथ हाल ही में, लॉरेंस बिश्नोई पर जयपुर पुलिस ने 10 सितंबर, 2021 को जबरन वसूली और धमकी देने का मामला दर्ज किया था. रिकॉर्डस् में बिश्नोई को ‘दत्तरवाली, फाजिल्का निवासी’ बताते हुए, पंजाब और पड़ोसी राज्यों में सक्रिय रहने वाले एक कुख्यात गैंगस्टर के रूप में प्रोफाइल किया गया है. वह हत्या, कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, डकैती, रंगदारी और स्नैचिंग के मामलों में शामिल है.
हाल ही मैं जयपुर मैं हुए ग क्लब फ़ाइरिंग मामले मैं चल रही पूछताछ मैं लॉरेंस गैंग और उससे जुड़ी दूसरी गैंग के तार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े होने के संकेत मिले हैं, उस पर पाकिस्तान से तस्करी करके हथियार मंगवाने का भी आरोप है राष्ट्रीय जांच एजेंसी संबंध में पहले से सिंडिकेट की जांच करने में जुटी है वहीं जयपुर कमिश्नरेट पुलिस की गिरफ्त में चल रहे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई केंद्रीय इंटेलिजेंस ब्यूरो ने थाने में 3 घंटे पूछताछ करके केंद्रीय पाकिस्तान और दूसरे देश में बैठे के गुर्गों के संबंध में भी पूछताछ की । गौर करने वाली बात है कि एनआईए केंद्रीय इंटेलिजेंस ब्यूरो के साथ पंजाब हरियाणा और राजस्थान पुलिस लॉरेंस पर शिकंजा करते हुए इसके बावजूद जेल में बैठे गैंग के सरगना और गुरु के पास मोबाइल पहुंच रहे हैं डेढ़ साल पहले तिहाड़ जेल से लॉरेंस ने जयपुर के व्यापारी को धमकी दी थी तब भी पुलिस ने गैंगस्टर को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया था कई मामलों में जाते थे जेल में अप्रैल को टारगेट की जानकारी दी जाती है पुलिस ने बताया पहुंचने का रास्ता हरविंदर सिंह उर्फ rinda Sandhu बना। पुलिस अधिकारी के मुताबिक वृंदा संधू पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करता था वह बब्बर खालसा इंटरनेशनल के सरगना वादवासा और जर्मनी में रहने वाले जसविंदर सिंह मुलतानी से भी जुड़ा हुआ था उसने लॉरेंस बिश्नोई को टारगेट किलिंग में लगा दिया