https://youtu.be/8rVmaETeX7I /*! elementor - v3.7.8 - 02-10-2022 */ .elementor-heading-title{padding:0;margin:0;line-height:1}.elementor-widget-heading .elementor-heading-title[class*=elementor-size-]>a{color:inherit;font-size:inherit;line-height:inherit}.elementor-widget-heading .elementor-heading-title.elementor-size-small{font-size:15px}.elementor-widget-heading .elementor-heading-title.elementor-size-medium{font-size:19px}.elementor-widget-heading .elementor-heading-title.elementor-size-large{font-size:29px}.elementor-widget-heading .elementor-heading-title.elementor-size-xl{font-size:39px}.elementor-widget-heading .elementor-heading-title.elementor-size-xxl{font-size:59px}Subscribe channel from the link below Subscribe Cash Karle where to watch ipl,ipl 2023 personalized camera angle live stream,Indian premier league…
इसलिए गुर्जर आंदोलन में पड़ेगी बड़ी फूट: Rajasthan…
जिस तरह हर बात के दो पहलु होते है, उसी तरह उस बात को मानने वाले और ना मानने वाले दो पक्ष होते है... एक पक्ष तो वो जो बात के समर्थन में होता है…
अशोक चांदना के मार्बल व्यवसाई से राजनेता बनने…
किस्मत का लिखा कभी नहीं बदल सकता।।। पर कर्म करके उससे और जायदा अच्छा या बुरा दोनों ही बनाया जा सकता है...इस तरह की बाते अक्सर हम कई जगह लिखा जरूर पढ़ लेते है.. पर…
Jyotiraditya Scindia और Sachin Pilot की मुलकात के…
ज़िंदगी का तो यही उसुल है कि ज़िदगी कभी भी किसी भी मोड़ पर लाकर आपको खड़ा कर देगी..अब चाहे वहां सामना किसी दोस्त से हो या फिर दोस्त के रूप में दुश्मन से..और बात…
नगर निगम चुनावो में सचिन पायलट गायब हुए…
सुबह का भुला अगर शाम को घर लौट कर वापस आ जाए तो उसे भुला नहीं कहते…ये कहावत तो हम बचपन से ही सुनते हुए आ रहे हैं…किसी भी लडाई के बाद अगर सुलह हो…
उगते सूरज को सब सलाम करते है, डूबते को तो कोई पूछता भी नहीं है..... यही प्रकर्ति का नियम है और यही इंसानी फितरत भी है.. हांजी आपने सही सुना... जब तक आप लोगो के…
Narendra Modi Ji के बाद Sachin Pilot से…
चुनावों से पहले तो तमाम नेता कई वादे करते हैं और वह सभी को यह आश्वासन देते है कि उनकी मांगे ज़रूर पूरी की जाएंगी.. लेकिन उसके लिए सभी लोगों को वोट देकर उस नेता…
एक बार सचिन पायलट को किनारे किया अशोक…
साल तो 2020 चल रहा है… पर सूबे की सरकार आज भी 19 वी सदी में चल रही है… ये बात सुनने में जितनी अटपटी है, असल में उतनी ही सच है… आज के समय…
बिना सिंबल के चुनाव कैसे संभव ?? अब…
किसी भी पार्टी की पहचान जनता उसके सिंबल से करती है..बीजेपी का कमल हो या कांग्रेस का हाथ..पार्टियों को समझने के लिए ये सिंबल ही काफ़ी होते हैं…लेकिन राजस्थान में गहलोत सरकार ने एक नया…